मंगलवार, 28 जून 2016

उर्दू से हिन्दी संकलन

कुर्ब  =  नज़दीकी
फ़िराक  =  वियोग, बिछोह
तिशनगी  =  इच्छा, प्यास
शराब  =  भ्रम, मृगतृष्णा
संग-ए-मलामत  =  निंदा
वस्ल – मिलन
इसरार – जिद, हठ
दानाई – बुद्धिमानी
उफ़ुक़ – क्षितिज
पस-ए-दीवार-ए-चश्म = आँखों की दीवार के पीछे
क़ज़ा = मौत
अरमां=इच्छा
लिल्लाह= ईश्वर के लिए
दस्ते जनूँ= पाग़लपन
तारे गिरेबां =कंठी
रेहलत =महायात्रा, मृत्यु का समय
हैफ़=शोक
नातवानी=कमज़ोरी, दुर्बलता
नुमायाँ=सिर्फ़ दिखाई देने लायक, नाम भर को बाक़ी
हयात  – जीवन
आह-ओ-फ़ुग़ाँ – विलाप
बज़्मे-दुनिया    –  दुनिया की महफ़िल
इनायात  – मेहरबानी, कृपा
तल्ख़ी-ए हालात  –  हालात की कड़वाहट
निक़हत-ए-बाद-ए-बहारी=वसन्तकाल की सुगन्धित वायु
तसवुर= ध्यान
अर्श=आकाश
नक़्शपाए रहरवाँ=मुसाफ़िर के चरणचिन्हों की तरह
कू-ए-तमन्ना=अभिलाषाओं के कूचे में
उफ़तादगी=निर्बलता
सब्र-ओ-तहम्मुल = संतोष
नजीबों= कुलीन मनुष्यों
जमहूरियत  –  लोकतंत्र
रकाबी  –  प्लेट, थाली
महेज – केवल
लाज़िम-आवश्यक
आबे-रवा- बहते हुए पानी का
मुतमुइन-संतुष्ट
रविश -आचरण
ज़रूरतन-आवश्यकता होते हुए
सख़ी-दानदाता
आह-ओ-फ़ुग़ाँ – विलाप
बज़्मे-दुनिया    –  दुनिया की महफ़िल
मर्गे-नागहानी= अचानक मौत
सरगरानी=गुस्सा
मन्सब=मन्सूबा
सैराब=भिगोना
शादकाम=भाग्यवान लोग
तौफ़ीक=काबिलियत शादमानी=खुशी
तन्गामा-ए-दिले-मलाल=दुखी दिल के थोडे से हिस्से में
देहर-ए-हस्ती=ज़िन्दगी का समन्दर बेकरानी=असन्ख्य
कामरानी=सफ़लता निगारखाना=जहां बहुत लडकियां हों
पिन्हान=छुपा हुआ
खल्क=दुनिया
तारीके-इश्क=मोहब्बत का इतिहास
दौर=वक्त, समय
दरमियानी=बीच में
नौगुल=नया फ़ूल
नज़्म=नया बनाना
जौर=कहर
पा=पांव
सुपुर्दगी=समर्पण
तुर्कमानी=विद्रोही
अक्स-ए-जबीं-ए-नाज़=किसी प्यारे का चेहरा
नूर=प्रकाश
कहकशां=आकाश गंगा
ऐन= असलियत में
अजल - मौत
करम - कृपा
शयाने दर्द - दर्द का उपयुक्त
पशेमान - लज्जित
इस्सर - ईश्वर
तुलूए रात - रात का विस्तार
मिरे आफताब - सूरज
सहरा - रेगिस्तान
परीरूखाँ - परी जैसा चेहरा
गुलशन = बाग़, बगीचा
फ़क़त = केवल, मात्र, सिर्फ़ ज़ीनत = शोभा, श्रृंगार, सजावट
वाइज़-ऐ-नादाँ = नासमझ धर्मोपदेशक
ज़ब्त-ऐ-अलम = दुःख/कष्ट प्रकट न होने देना
फ़रियाद-ओ-फ़ुग़ाँ = विनती और आर्तनाद/दुहाई
नादाँ = नासमझ
तौहीन-ऐ-मोहब्बत = मोहब्बत का अपमान/ अनादर/ तिरस्कार
आशोब -चीत्कार, आर्तनाद ।
हर्फ़  =  अक्षर
गुफ़्तगू  =  बातचीत
सम’अतों  =  सुनने की शक्ति
ख़ुश-गुलू  =   अच्छी आवाज़ वाला
नोक-ए-ख़ार  =  कांटे की नोक
सेहरा  =  रेगिस्तान
जुस्तजू  =  खोज
रफू  = पैबंद
शोला - नवा =जिसकी आवाज़ में आग हो
सुकूत =मौन
सदा=आवाज़
बंदगाने-ख़ास=विशेष उपासक
ज़ौफ़-ए-बसारत= दृष्टि की कमज़ोरी
क़द-ओ-क़ामत =डील-डौल
नुक़्स-ए-आब-ओ-हवा= जलवायु का दोष
राह-ए-नजात  =मुक्ति का रास्ता
रज़ा-ए-ख़ुदा=  ईश्वरेच्छा, ईश्वर की इक्छा
दास्तान-ए-कर्ब-ओ-बला= असीमित दुखों की कहानी
निशान-ए-ज़िया =प्रकाश का चिह्न , रौशनी का निशान या अक़्स
सुकून-ए-जिस्म-ओ-जाँ-गिर्दाब-ए-जाँ = जीवन के भँवर में शरीर और मन की शांति
माहि-ए-बे-आब = जल बिन मछली
फ़सील = सीमा
दम-ब-ख़ुद = चुपचाप
चश्म-ए-हैराँ = आँखों का सोचना
ना-गहाँ = दुर्घटनावश
वुसअतों = विस्तार
मसाफ़त = यात्रा
राएगाँ = बे-मतलब, बेकार
सफीने – नाव
ऐलान-ए-गुमराही = पथ-भ्रष्ट होने की घोषणा
अलमिया = विडम्बना
तअल्लुक = सम्बंध)
क़याम = रुकना
रसा = पहुँच
तुलू = उत्पन्न
असासा-ए-जाँ = जीवन की पूँजी
गुरेज़ = छोड़ जाना
तलबगार= इच्छुक, चाहने वाला
ज़ीस्त= जीवन
लज़्ज़त= स्वाद
ख़ाना-ए-हस्त= अस्तित्व का घर
बेलौस= लांछन के बिना
फ़क़्त= केवल
नक़्श= चिन्ह, चित्र
अफ़सुर्दा= निराश
इबारत= शब्द, लेख
हाजित(हाजत)= आवश्यकता जो’फ़(ज़ौफ़)= कमजोरी, क्षीणता
गुल= फूल
ख़िज़ां= पतझड़
ख़ार= कांटा
महफ़ूज़= सुरक्षित
इनायत= कृपा
तलबगार= इच्छुक
अफ़सुर्दगी-ओ-जौफ़= निराशा और क्षीणता
क़ाफ़िर= नास्तिक;
दींदार=आस्तिक,धर्म का पालन करने वाला।
अंजुमन-आराइयों = महफ़िलों (parties)
लम्हा-ए-फ़ुसूँ = हसीं पल
रानाइयों = खूबसूरती
ख़्वाब-गूँ = स्वप्नमय
जराहत-ए-दिल = दिल की सर्जरी
तवील = लंबा
एतमाद = confidence
बादिया-पैमाइयों = हवा माप
अहद-ए-ख़ुद-सिपास = उम्र का आत्म प्रशंसा
पज़ीराइयों = दिलासा
एहतिराम = सम्मान, आदर, इज़्ज़त)
शेख़ = धर्माचार्य
बा-वज़ू होकर = नमाज़ पढ़कर
एहतिमाम = व्यवस्था, इंतिज़ाम, बंदोबस्त
बारिश-ए-रहमत-ए-तमाम = ईश्वरीय कृपा की अत्यधिक बरसात
ज़ेरे कदम –  कदमो के तले
रूह  –  आत्मा
उरियाँ – निवस्त्र , नग्न
अहद –  समय
मुलम्मा – सोने की परत
सरापा – सर से पैर तक
तल्ख़तर – कड़वी
पैहम – लगातार, निरन्तर
जिना  – अनुचित सम्बन्ध
शम्स-ओ-कमर –  सूरज और चाँद
हुक्काम – वो लोग जिनके पास अधिकार हो, अधिकारी वर्ग
रंगीलेशाह – एक अय्याश मुग़ल बादशाह
हम्माम – स्नानागार, बाथरूम
मह्व-ए-आईनादारी  =  आईने को पकड़ने में व्यस्त
बका  =  अमरता, स्थायित्व
ज़हर-ए-पारसाई  =  भक्ति के तहत
हर्फ़  =  कलंक
हरीफ़-ए-जाँ   =  जीवन की प्रतिद्वंद्वी
तान-ए-आशनाई  =  परिचित का ताना
मता-ए-महरूमी  =  अभाव की वस्तु
कासा-ए-गदाई  =  भिखारी का कटोरा
ख़ताओं -   ग़लतियों
ग़र्दिश -     विपत्ति, बुरे दिनों में भाग्य का फ़ेर
हैवां-हैवान- राक्षस , दुष्ट व्यक्ति
सदाएं-      पुकार
ग़मगीनियाँ - दुख़दायक स्थितियाँ
बेनूरियाँ -    ज्योतिहीनता -प्रकाश रहित
ज़ूद-फ़रामोश  =  जल्दी भूलने वाला
पादाश  =  जुर्म की सजा
गुलसितां = फूलो का देश

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